राजधानी रांची सहित पूरे राज्य का मौसम इनदिनों स्थिर नहीं है। कभी बहुत ज्यादा ठंड तो कभी धूप खिलते ही गर्मी का अहसास। जबकि शाम ढलते ही सर्दी कहर बरपाना शुरू कर देती है।
पूरे झारखंड में ठंड का कहर जारी है। बादल छाए रहने के बावजूद भी पूरे प्रदेश में कनकनी है। दिन के वक्त भी कोहरा छाया रहता है। पूरे राज्य के मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है।
नए साल की शुरूआत हो चुकी है। साल के चौथे दिन यानि आज से मौसम में बदलाव होगा। आज सुबह की शुरुआत कोहरे के साथ हुई।
राजधानी रांची समेत पूरे राज्य के मौसम में लगातार बदलाव देखा जा रहा है। दोपहर में खिली के बीच गर्मी का अहसास तो रात में सर्दी का सितम। मौसम विज्ञान केंद्र रांची के अनुसार आगामी 5 दिनों तक तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है
झारखंड के मौसम में अगले 5 दिनों तक कोई बदलाव होने की संभावना नहीं है। रांची मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि सुबह में कोहरे की वजह से ठंड लगेगी।
झारखंड शीतलहर की चपेट में है। शीतलहर का सबसे ज्यादा असर रांची, पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा में हैं। जबकि 19 जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम है।
बारिश की वजह से खलिहानों में रखी धान की फसल पूरी तरह से भींग गई है। हजारीबाग जिले में भी किसानों को नुकसान झेलना पड़ा है।
मिचौंग तूफान का असर झारखंड के दक्षिणी हिस्सों में दिख रहा है। मंगलवार की सुबह से ही रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही है। जिससे तापमान में कमी आई है, इस कारण ठंड में बढ़ोतरी हो गई है।
झारखंड में साइक्लोन मिचौंग का असर दिखने लगा है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 6 और 7 दिसंबर को राजधानी रांची सहित आसपास के जिलों में तूफान के साथ बारिश होगी।
आज सुबह से ही मौसम साफ है। राजधानी रांची में धूप खिली है। लेकिन अगले दो दिन में मौसम करवट ले सकता है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के तहत 25 नवंबर तक रांची समेत आसपास के क्षेत्रों में सुबह में कोहरा या धुंध छाए रहेंगे।
झारखंड के मौसम में दिन-प्रतिदिन बदलाव देखने को मिल रहा है। जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, तापमान में गिरावट आ रही है। सुबह से लेकर शाम तक ठंड अपना असर दिखा रही है। हालांकि दिन की शुरुआत सूरज की किरण से हो रही है लेकिन, दिन ढलने के बाद ठंड अपना असर दिखा रही है
राज्य में मौसम करवट ले रहा है। राजधानी और राज्य के अन्य जिलों में बदलते मौसम का असर दिखने लगा है। नवंबर का महीना शुरू हो चुका है और जैसे जैसे दिन बीत रहे हैं, पारा गिर रहा है।